निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय कुमार निषाद के नेतृत्व एवं योजनबद्ध प्रयास से हम सबको पता चला कि 1891 के समुदायिक जनगणना के अनुसार श्री आर.बी. रसेल व हीरा लाल द्वारा 1916 में लिखित पुस्तक ‘‘दि ट्राइब्स एण्ड कास्ट्स आॅफ सेन्ट्रल प्रोविन्सेज’’ के वाल्यूम-1 के अंतिम भाग में ग्लोसरी नाम से जातियों का जो शब्दकोश दिया गया है,
राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने चार निषाद व एक मुसलमान व्यक्ति की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया
ख़बरें सुल्तानपुर : निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने चार निषाद व एक मुसलमान व्यक्ति की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त किया और इस हादसे में दिवंगत लोगों की आत्मा की शांति की कामना करते हुए उनके शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना भी व्यक्त की है।
सड़क दुर्घटना में घायलों के मदद को आगे आये सांसद ई० प्रवीण कुमार निषाद
क्षेत्र में लोगों के बीच सांसद ई० प्रवीण कुमार निषाद की तारीफ और सराहना हो रही है लोगों का कहना है कि अगर देश के हर एक सांसद व नेता ऐसे ही लोगों के दुखों में शामिल होने लगेे और उनकी मदद करने लगे तो शायद हमारा देश बिलकुल वैसा ही होगा जैसा की हमारे वीर शहीदों ने सोचा था।
साथियो... जिस जाति/समाज को गुलाम बनाना हो उसके इतिहास को नष्ट कर दो और जिस देश को गुलाम बनाना हो तो उसकी संस्कृति को नष्ट कर दो। मिलिट्री (प्रशक्षिति सिपाही) के बगैर युद्ध और मशिनरी (प्रशक्षिति कार्यकर्ता) के बिना चुनाव लड़ ही नहीं सकते! जितना तो दूर! आप जानना होगा कि भारत की प्राचीनतम् नाम ‘निषाद’ है,