आप जानते है कि अंग्रेंजो की कू्ररता एवं दण्डात्मक कार्यवाही से बचने के लिए निषाद वंश ‘मझवार’ जाति अपनी मूल पहचान बदलकर अलग-अलग पर्यायवाची जाति केवट, मल्लाह, बिंद, कश्यप, धीवर, लोधी, राजगोण्ड, तुरैहा, माझीं, मछुआ, बाथम, किसान, वर्मा, पटेल, लोध, गोण्ड मझवार, मुजाबिर, अवधिया, महार, कहार, धिमर, धिवर, खरवार, खैरवार, गोडि़या, गारिया, गुरिया, झीमर, झीमवार, झीर, झिवर, रैकवार, केउट, तुरहा, तुराहा, सोरहिया, खुलवट, चांई, बेलदार, मछ्वा, मल्हर, मल्हार, मछुआ, मच्छावा, मंड¨रा, मछीदा, मछावा, मछीमार, मुंडास, मछेद्रा, मालाकार, मुलाया, मुलन्दा, मुकाया, मुक्कूर्क, मुन्दीराजा, मनिगरा, मेवारी, म¨गेरा, मीन, मीनूगारा, माली, बर्मन, बरमैया, बरचाई, बाधव, बरिकार, बगवारी, बड़े, बारी, बन्स्था, ब¨ई, बैगा, ब©दी, भ¨ई, भीमर, ढीमर, झींगर, झरी, कदमा, कार, कव्वर, कब्बेश, केड्त, कब्बलिंगा, किरात, क¨ली, क¨ल्वा, क¨लमा, क¨रवा, क¨तल, कर्ताधार, कीर, क¨ची, केबर्ता, केवटी, कर्वत, त¨रिया, तुरहा, तुरैया, तुराई, तुगये, तन्हेल, त¨मर, रैकवार, रायकवार, राजद्वार, जूलगेरा, जलक्षत्रिय, स¨ंधिया, सिंधिया, सिंगरहा, सिविन्यार, सफालिंगा, सुनामारा, सरदिया, संभा, सीवर, साल¨, बराऊ, बड़ावतीला, वन्नेकपू, बड्डी, वेस्था, बर्वे, वन्नारेड्डू, वन्याफुला, क्षत्रीय, हरिकंभरा, खरवार, खादीभ¨ई, खरवी, खेरवार, खागी, आर्य, आम्बिगा, आग्ने, लाक्षत्रीय, ट¨करेचाई, पल्लीरेड्डी, पल्लीकापू, पल्ली, पटती, पट्न¨, पवेहा, पवैया, डेवर, धुरिया, धेवर, धेवरा, ध¨रेवा, दुले, नंदा, नन्दाने, नदेहा, नादिया, नंदानिया, नवाडी, नरयल, न¨रिया, नायक, नाविक, निषाद, नायकारा, नालेफेरा, नामदास, नामयुद्ध, नीरागंती, गंगापुत्र, गंगवार, गंगाफुला, गाधर, गरिया, गूंडला, ग¨ंड, ग¨ंडराज, ग¨रीमाथा, गुरिया, गंगेयकाल, गुर्री, ग¨न्ति, ग©र, खदीभ¨ई, खरवी, खागी, जावरे, खेदकर, कश्जोक्ज, शिवदे मोर, लम्बोल डोले आदि नाम हो गयी।